Sunday, 15 August 2021

सर्दियों में खाएं ये हरी सब्जिया और सेहत को रखे फिट। Sardiyo me Khaye Ye Hari Sabjiya aur Sehat ko Rakhe Fit

 Hari Sabjiya Aur Sehat Ko Rakhe Fit Meaning 

सर्दियों के मौसम आते ही लोग अपने भोजन में बहुत तरह के बदलाव करना शुरू कर देते है। जैसे ठंडी चीजे की तरह गर्म खाना केवल पसंद करते है। सर्दियों में भारत में हरी सब्जियों की पैदावार अधिक होती है, जिसके कारण लोग अधिकतर हरी सब्जिया लेना सही समझते है। हरी सब्जिया में भरपूर मात्रा में विटामिन और खनिज होता है जो कई तरह के रोगो से बचाने का काम करती है। इसके अलावा हरी सब्जिया हड्डिया की कमजोरी व आयरन की कमी को दूर करने में मदद करता है। अक्सर लोग समझते है, भोजन में थोड़ा धनिया डालने से एंटीऑक्सीडेंट की पूर्ति कर सकते है। लेकिन यह संभव नहीं है, क्योंकि हरी पत्तेदार सब्जियों में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट एव कैल्शियम, फाइबर होता है। इसलिए सर्दियों में मौसमी सब्जियों का आंनद लेना चाहिए। इस लेख में सर्दिया के मौसम में हरी सब्जियों के फायदे के बारे में विस्तार से बतायेंगे।



सर्दियों में हरी सब्जी खाने के स्वास्थ्य लाभ ? Sardiyo me Hari Sabji Khane Ke Swasthy Labh

सर्दियों में हरी सब्जी खाने के निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभ है।

  • मेथी – मेथी के बीज घरेलु उपचार के लिए उपयोग किये जाते है, उसी तरह मेथी की पत्तिया सेहत के लिए फायदेमंद है। इसमें घुलनशील फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन भरपूर मात्रा होता है। इसमें अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। मेथी की पत्तिया स्तनपान वाली महिलाओं के दूध उत्पादक उत्पन्न करता है। इसके अलावा मेथी पुरुषो में होने वाले टेस्टोटेरियन के स्तर को बढ़ाता है। डायबिटीज के मरीज के लिए मेथी जड़ी बूटी की तरह काम करता है। यह शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। कोलेस्ट्रॉल को सामन्य करता है। अगर पाचन क्रिया कमजोर है तो मेथी का सेवन करने से पाचन क्रिया मजबूत होती है। अगर किसी तरह का सूजन है तो उसे भी कम करने का काम मेथी करता है। 
  • सरसो का साग – सरसो के साग और मक्के की रोटी का नाम अपने कई पंजाबियो से सुना होगा। सर्दियों में सरसो के साग और मक्के की रोटी के साथ थोड़ा धी डालकर सेवन करना स्वाद को दुगना करता है। सरसो की पत्तिया में विटामिन ए, सी, ई, और के उपस्थित है। इसके अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम, मेगनीज, जिंक, घुलनशील फाइबर है। यह पाचन शक्ति को मजबूत कर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • बथुआ – सर्दियों के मौसम में बथुआ की पैदावार अधिक होती है। बथुआ को उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल व राजस्थान में बहुत चाव से खाया जाता है। बथुआ पत्तियों वाली सब्जी है, इसमें उच्च मात्रा में विटामिन ए, सी व बी काम्प्लेक्स है। इसके अलावा आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस्क होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में एव लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर करता है। बथुआ को बनाने का तरीका बहुत सरल है इसे चने के साथ मिलाकर बना सकते है। इसके अलावा बथुआ को चिकन के साथ बनाकर खा सकते है।
  • हल्दी – हल्दी में अनेको औषधीय गुणों का समावेश होता है जो कई तरह के रोगो की रोकथाम करने में मदद करता है। इसमें अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एन्टीबैक्टिरीयल व एंटी बायोटिक गुण मौजूद होता है, यह शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। हल्दी की पत्तिया अधिक लाभदायक होती है। यह वजन कम करने में मदद करती है। सूजन से जुडी समस्या को भी दूर करती है। इसकी गुणवत्ता के आधार पर इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते है। 
  • अरबी – अरबी के जड़ औषधीय बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। अरबी की पत्तियों का उपयोग साग के रूप में किया जाता है। इसमें बहुत से पोषक तत्व उपस्थित रहते है जो शरीर को मजबूत कर कई तरह के रोगो से बचाते है। अरबी खास तौर पर महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, आंध्रप्रदेश में प्रसिद्ध सब्जी है। इसमें विटामिन ए, सी व आयरन, घुलनशील फाइबर व फॉलिक एसिड होता है। अरबी शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। ये सब्जी आंखो की चमक व कोलेस्ट्रॉल को कम कर बीपी को सामान्य करता है। आपके वजन को कम करने में मदद करता है।
  • कल्मी – कल्मी एक ऐसी सब्जी है जो नदी के तटीय इलाको पर उगाई जाती है। इसका सेवन अधिकार बंगाल व दक्षिण भारत में किया जाता है। इस सब्जी में अच्छी मात्रा में घुलनशील फाइबर, कैल्शियम, प्रोटीन व आयरन होता है। यह शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। ये सब्जी लिवर की बीमारियों को कम करती है। इसके अलावा खून की कमी को दूर करती है। हृदय रोगी व डायबिटीज के मरीजों के लिए कल्मी बहुत फायदेमंद सब्जी है। अपने आहार में कल्मी को जरूर शामिल करें।
  • सहजन व मोरिंगा – सहजन की पत्तिया का सेवन सर्दियों में अधिक किया जाता है। यह शरीर में ऊर्जा को बढ़ाती है साथ ही कई तरह के रोगो के जोखिम को कम करती है। सहजन की पत्तियों को कुपोषण पीड़ित को दिया जाता है ताकि मरीज कुपोषण से बाहर निकल सके। इसमें अच्छी मात्रा में विटामिन और खनिज उपस्थित है जो डायबिटीज के स्तर को कम करता है व आम संक्रमण से बचाव करता है।
  • पालक – पालक एक ऐसी हरी सब्जी है, इसमें विटामिन ए, सी, डी, के एव फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम उच्च मात्रा में होता है। आपको रोजाना पालक का सेवन करना चाहिए। इससे आपको खून की कमी, हृदय रोग, बैक्टीरियल, वायरल संक्रमण का जोखिम नहीं होगा। जैसा की आपको पता है पालक आंखो की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है और साथ में हड्डियों की समस्या को कम करता है।


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mai chahu

मैं चाहूं भी तो तुमको पा नही सकता और ये बात किसी को समझा नही सकता  मेरा दिल भी इसी बात को सोच कर रोता है  ऐसी क्या मोहब्बत जो जता नहीं सकता ...